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कार्यकलाप आधारित अनुदेश के लाभ | Merits of Activity Based Learning B.Ed Notes

Published by: Ravi Kumar
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कार्यकलाप आधारित अनुदेश का उपयोग व्यापार, शिक्षा, सरकारी संस्थानों और अन्य क्षेत्रों में अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके माध्यम से हम अपने कार्यक्रमों और प्रोजेक्टों को संगठित कर सकते हैं और उन्हें सफलता तक पहुंचा सकते हैं।

Merits of Activity Based Learning - Sarkari DiARY

कार्यकलाप आधारित अनुदेश के लाभ MERITS OF ACTIVITY BASED LEARNING

  • कार्यकलाप आधारित अनुदेश के अनेक लाभ होते हैं। इसके मुख्य लाभ इस प्रकार है-
  • यह विद्यार्थीयों को अवसर प्रदान करता है कि विद्यार्थी अध्ययन कार्य/कार्यकलापों को व्यावहारिक रूप से करे ताकि वे विषय को भली-भाँति समझ जाये और ज्ञान को भी प्राप्त कर सकें।
  • खेलकूद से अथवा स्वयं करके सीखने की विद्यार्थी की सामाजिक भावना को सन्तुष्ट करता है।
  • इस पद्धति में विद्यार्थियों को रूदित प्रणाली न रखकर ज्ञान की व्यावहारिक प्रणालियों द्वारा शिक्षण दिया जाता है। यह विद्यार्थियों की प्रतिक्रिया पर आधारित न होकर व्यावहारिक ज्ञान पर आधारित पद्धति है। इससे विद्यार्थियों का बौद्धिक कौशल उन्नत होता है।
  • अध्ययन अध्यापन क्रियाकलापों में यह पद्धति खेल-खेल में सीखने सम्बन्धी पद्धति का समर्थन करती है। इससे विद्यार्थियों का अभिप्रेषण स्तर बढ़ता है और उनमें प्रतिस्पर्धा की भावना जाग्रत होती है और इसके परिणामस्वरूप विद्यार्थियों की सीखने की प्रक्रिया अधिक हो जाती है।
  • यह विद्यार्थी को अवसर प्रदान करता है ताकि विद्यार्थी अपने ज्ञान और समझ से वास्तविक जीवन की समस्याओं को सुलझा सकें।
  • विद्यार्थियों के संवेगात्मक अवरोधों को दूर करने में यह पद्धति अतिउपयुक्त है क्योंकि यह विद्यार्थियों को अवसर प्रदान करती है कि वे सामाजिक सन्दर्भ में भूमिका अभिनय द्वारा अपने दृष्टिकोण अपनी आन्तरिक भावनाओं, धारणा आदि को अभिव्यक्त कर सकें।
  • यह विद्यार्थियों को अंतर्वैयक्तिक कौशलों में प्रशिक्षण प्रदान करती है जैसे तदनुभूति शिक्षण, प्रबन्धन आदि के क्षेत्र में।
  • इस पद्धति द्वारा विद्यार्थियों के अव्यक्त व्यक्तित्व गुण, कौशल और क्षमतायें उभरती हैं।
  • जिनके प्रति विद्यार्थी स्वयं भी जागरूक नहीं होते। इसके द्वारा विद्यार्थियों का आत्म-विश्वास और आत्म-सम्मान बढ़ता है।
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कार्यकलाप आधारित अनुदेश के लाभ

कार्यकलाप आधारित अनुदेश का उपयोग व्यापार, शिक्षा, सरकारी संस्थानों और अन्य क्षेत्रों में अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके माध्यम से हम अपने कार्यक्रमों और प्रोजेक्टों को संगठित कर सकते हैं और उन्हें सफलता तक पहुंचा सकते हैं।

1. संगठन की प्रगति को बढ़ाना

कार्यकलाप आधारित अनुदेश के उपयोग से संगठन को अपने कार्यक्रमों और प्रोजेक्टों को संगठित करने में मदद मिलती है। यह सुनिश्चित करता है कि सभी कार्यकर्ता एक साथ काम कर रहे हैं और अपने लक्ष्यों की ओर प्रगति कर रहे हैं। इससे संगठन की कार्यवाही और नियंत्रण में सुधार होता है और संगठन की प्रगति को बढ़ाने में मदद मिलती है।

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2. समय और संसाधनों की बचत

कार्यकलाप आधारित अनुदेश के उपयोग से हम समय और संसाधनों की बचत कर सकते हैं। इसके माध्यम से हम अपने कार्यक्रमों को आरंभ करने से पहले उनकी योजना बना सकते हैं और योजना के अनुसार काम कर सकते हैं। इससे अनुचित संसाधनों का उपयोग नहीं होता है और हम समय को भी बचा सकते हैं।

3. सफलता की संभावना में वृद्धि

कार्यकलाप आधारित अनुदेश के उपयोग से हमारी सफलता की संभावना में वृद्धि होती है। यह हमें अपने कार्यक्रमों को निरंतर मॉनिटर करने और उन्हें संशोधित करने की अनुमति देता है। हम अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए आवश्यक कदम उठा सकते हैं और अपने कार्यक्रमों को सफलता तक पहुंचा सकते हैं।

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कार्यकलाप आधारित अनुदेश का उपयोग करके हम अपने कार्यक्रमों को संगठित कर सकते हैं, समय और संसाधनों की बचत कर सकते हैं और सफलता की संभावना में वृद्धि कर सकते हैं। इसके अलावा, यह हमें अपने कार्यक्रमों को पूर्णता तक पहुंचाने का मार्ग दिखाता है और हमें अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए आवश्यक कदम उठाने में मदद करता है।

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Ravi Kumar is a content creator at Sarkari Diary, dedicated to providing clear and helpful study material for B.Ed students across India.

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