Home / Jharkhand / Khortha / JSSC खोरठा गीत – बोन रक्षा जीवन रक्षा, सेवातिक बाउँडी मेला, जय माँय जननी JSSC CGL Khortha Notes

JSSC खोरठा गीत – बोन रक्षा जीवन रक्षा, सेवातिक बाउँडी मेला, जय माँय जननी JSSC CGL Khortha Notes

Published by: Ravi Kumar
Updated on:
Share via
Updated on:
WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now
गीत
क्र• सं• गीत के नाम लेखक के नाम
8 बोन रक्षा जीवन रक्षा अनीता कुमारी
9 सेवाविक बाउँडी मेला सुभद्रा कुमारी
10 जय माँय जननी शिवनाथ प्रमाणिक

जय माँय जननी

शिवनाथ प्रमाणिक – बैदमारा, बोकारो हिमालयेक मुकुट साजे बिस्वमोहिनीजय जय माँ भारत, जय माँ जननी। रंगा गोड़-धोवे समुदरें, विंध मेखला कमअरेंकच्छ – कामरुप सोभे माँयेक हाँथेक किंकिनी.जय जय माँ भारत, जय माँ जननी। रंग । गंगा काबेरिक धारा, उत्तर-दखिन चहुँ ओराकसमीर साजे माँयेक नाकेक नथुनी.जय जय माँ भारत, जय माँ जननी। रंग । सीधा-सादा परिपाटी, जन-गनेक मनेक माटीमहिमा अपार माँयेक सुबदनी.जय जय माँ भारत, जय माँ जननी। रंगा । बन- परिधन साजे, नाना रंगेक पइंखी राजेलहर-लहर उड़े तिरंगा निसानी.जय-जय माँ भारत, जय माँ जननी। रंग।

बोन रक्षा जीवन रक्षा

अनीता कुमारी, बिसुनगढ़, हजारीबाग कइसे बाँचतइ बोन-झारसमिन मिली करा अब बिचार… ए भाइ!कइसे बाँचतइ बोन झारगाँव-गाँवे करा सब परचार… ए भाइ!बोन हय बचावे के दरकार… ए भाइ!पानि’क सोवा हेठ गेलइ, माघ मास’ ही जेठ भेलई  ।बदरी आब नाञ मँडराइ, आदरों अब हेराइ गेलई  ।तीख रउद झोला अपार… ए भाइ!सब मिली करा आब बिचार… ए भाइ!कइसें बाँचतइ बोन झार… ए भाइ!झूर-झार गाछ-पात, धरतीक सिंगार हइ,गाछेक हवा रहल से, जीवन अपार हइ,हवा बिनु साँस ने संसार… ए भाइ!माँत्र के घुघा नाञ उघार… ए भाइ!कइसे बाँचतइ बोन झार… ए भाइ!किना खड़ता हाँथी- बाँदर, कहाँ जड़ता खेरहा सियारपंछी कहाँ खोंधा करता, कहाँ उड़ता पाँइख पसाइरबिरिष्ठ खोजइत लेता जान माइर… ए भाइ!निमुँहाक घार नाम उजार.. ए भाइ! कइसे बाँचतइ बोन झार… ए भाइ!

Also Read:  JSSC खोरठा गीत - कते सुंदर छोटानागपुर, हामर भारत महान, मिली के रहिहा, साँझे हाँस झींगा फूल JSSC CGL Khortha Notes

सेवाँतिक बाउँड़ी मेला

 हाइरे हामर सेवाँतिक मेलाचाइरो दनेक लोक कुधाइ गेला,हाइरे हामर सेवाँतिक मेला । चढ़इते नाभइते भालामाझे-माझे बहइ नाला,नाला देखी पियास लागी गेलाहाइरे हामर सेवाँतिक मेला…. ठोनगी उठाइ पानी पिला।चढ़ते गाड़ी ठेलानाभइते बेरेक देलामाझे-माझे गाड़ी रोइक देला,हायरे हामर सेवाँतिक मेला… सारइ पतइ टिइप खालादिदी बोहनइ बुँदिया लेलाछोउवा पुता मिली सभीन खाइला,हाइरे हामर सेवाँतिक मेलाचाइरो दनेक लोक कुधाइ गेलाहायरे हामर सेवाँतिक मेला ।

Photo of author
Published by
Ravi Kumar is a content creator at Sarkari Diary, dedicated to providing clear and helpful study material for B.Ed students across India.

Related Posts

Leave a comment