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सामाजिक समूह: अर्थ, परिभाषा और विशेषताएँ | Social Group B.Ed Notes

Published by: Ravi Kumar
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सामाजिक समूह एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जो हमारे समाज में एकता और संबंधों को स्थापित करता है। यह एक समूह होता है जिसमें लोग एक-दूसरे के साथ समान रुचि, धारणाएं, और मान्यताएं रखते हैं। इस लेख में हम सामाजिक समूह के अर्थ, परिभाषा और विशेषताओं पर विचार करेंगे।

सामाजिक समूह अर्थ, परिभाषा और विशेषताएँ Social Group Meaning, Definition and Characteristics B.Ed Notes By Sarkari Diary
सामाजिक समूह अर्थ, परिभाषा और विशेषताएँ (Social Group)

सामाजिक समूह का अर्थ (Meaning of Social Group)

सामाजिक समूह एक संगठित समूह होता है जिसमें लोग एक साथ आते हैं और सामान्य रुचियों, मान्यताओं, और धारणाओं के आधार पर एक-दूसरे के साथ संबंध बनाते हैं। ये समूह लोगों के सामाजिक और मनोवैज्ञानिक विकास को समर्थन करते हैं और उन्हें आवास, सुरक्षा, और सहयोग प्रदान करते हैं। सामाजिक समूह लोगों के बीच संघर्षों और समस्याओं का समाधान भी प्रदान करते हैं।

सामाजिक समूह की परिभाषा (Definition of Social Group)

सामाजिक समूह की परिभाषा विभिन्न विद्वानों के द्वारा दी गई है। इसके अनुसार, सामाजिक समूह एक संगठित समूह होता है जिसमें लोग एक-दूसरे के साथ संबंध बनाते हैं और सामान्य धारणाओं, मान्यताओं, और रुचियों को साझा करते हैं। इन समूहों में सदस्यता स्थायी और स्थानिक हो सकती है और ये समूह विभिन्न आवासीय, व्यावसायिक, या सांस्कृतिक संरचनाओं के अंतर्गत हो सकते हैं।

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सामाजिक समूह की विशेषताएँ (Characteristics of Social Group)

सामाजिक समूहों की कई विशेषताएँ होती हैं जो इन्हें अन्य समूहों से अलग बनाती हैं। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएँ हैं:

  1. सामान्य धारणाएं: सामाजिक समूहों में सदस्यों के बीच सामान्य धारणाएं होती हैं जो उन्हें एक-दूसरे के साथ जोड़ती हैं। इन धारणाओं के आधार पर समूह के सदस्यों का व्यवहार, सोचने की शैली, और सामाजिक भूमिका निर्धारित होती है।
  2. सदस्यता: सामाजिक समूहों में सदस्यता स्थायी या स्थानिक हो सकती है। सदस्यता के आधार पर समूह के सदस्यों को अपने अधिकार, दायित्व, और उपयोग का अंतर निर्धारित होता है।
  3. संघर्ष और समाधान: सामाजिक समूहों में सदस्यों के बीच संघर्ष और समस्याओं का समाधान होता है। ये समूह सदस्यों को एक-दूसरे के साथ सहयोग करने का मौका देते हैं और समस्याओं का सामाधान ढूंढ़ने के लिए उन्हें एक मंच प्रदान करते हैं।
  4. आवास: सामाजिक समूहों का अपना आवास होता है जो सदस्यों को आपसी संबंधों को मजबूत करने का अवसर देता है। ये आवास एक समूह की एकता और सामरिकता को प्रभावित करता है।
  5. सहयोग: सामाजिक समूहों में सदस्यों के बीच सहयोग की भावना होती है। इन समूहों में सदस्य एक-दूसरे की मदद करते हैं और सामूहिक लाभ के लिए साझा काम करते हैं।
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सामाजिक समूह हमारे समाज का महत्वपूर्ण हिस्सा है और हमारे सभ्यता और संघर्ष को समर्थन करता है। इन समूहों में सदस्यता करके हम अपनी रुचियों को प्रकट करते हैं और एक साथ अधिक बड़े उद्देश्यों की प्राप्ति करते हैं।

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Ravi Kumar is a content creator at Sarkari Diary, dedicated to providing clear and helpful study material for B.Ed students across India.

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