Khortha Notes for JSSC and JPSC

Are you looking for Khortha Notes for JSSC and JPSC? Look no further! Sarkari Diary provides comprehensive and up-to-date Khortha notes covering all the important topics for these exams. These notes are designed to help you understand the concepts quickly and clearly, making your exam preparation more effective.

In addition to Khortha notes, we also provide a variety of other resources to support your preparation, including practice questions, mock tests, and online courses. Start your preparation with Sarkari Diary and increase your chances of success in JSSC and JPSC exams!

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now

Khortha Language and Literature Notes for competitive exams conducted by Jharkhand Government including JSSC, JPSC, and other Jharkhand state exams

Khortha Notes for JSSC and JPSC – खोरठा भाषा एवं साहित्य नोट्स

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now
खंड ‘क’ व्याकरण
व्याकरण: खोरठा भाषा का वर्ण विचार, संज्ञा, सर्वनाम, लिंग, वचन, कारक, विशेषण, काल, क्रिया, समास, अव्यय, वाच्य वाक्य के भेद, विपरीतार्थक शब्द, उनार्थक शब्द ।
 क्र• सं•व्याकरणLinks
1खोरठा भाषा का वर्ण विचारRead
2संज्ञाRead
3सर्वनामRead
4लिंगRead
5वचनRead
6कारकRead
7विशेषणRead
8कालRead
9क्रियाRead
10समासRead
11अव्ययRead
12वाच्य’ वाक्य के भेदRead
13विपरीतार्थक शब्दRead
14उनार्थक शब्दRead
खंड ‘ख’ पद्य साहित्य
खोरठा भाषा के लोकगीत – लोकगीत की परिभाषा, परिचय, खोरठा भाषा के लोकगीतों का वर्गीकरण, 10 विविध गीतों का अध्ययन
क्र• सं•लोकगीत के प्रकारगीतों की संख्याLinks
1संस्कार गीतविवाह गीत01Read
सहियारी गीत01Read
छठियारी गीत01Read
2पर्व-त्योहार गीतकरम गीत01Read
सोहराइ गीत01Read
3श्रम गीत01Read
4बाल गीत 01Read
5ऋतु गीत01Read
6सामान्य गीत01Read
शिष्ट कविताएँ: एक पथिया डोंगल महुआ
क्र• सं•कविता के नामकविता के लेखकLinks
1हामनी सब एकस्व श्रीनिवास पानुरीRead
2आगु कर आपन देशसुकुमार
3जय जवान जय किसानश्री महेश गोलवार
4आइझ एकाइ खोरठाए• के• झाRead
5तबें हम कबि नाय
6महुआ मनिताश्री अतुल चन्द्र मुखर्जी
7रुसल भोलासंतोष कु• महतोRead
8मेंढ़ आर मानुसशिवनाथ प्रमाणिक
देसेक जुआनविनोद कुमारRead
10ढेशा ढेशी छोड़पारसनाथ महतो
शिष्ट गीत: सोहन लागे रे
क्र• सं•गीत के नामलेखक के नामLinks
1माँदइर बाजे रे, बाँसी बाजे रेसुकुमारRead
2बोने पाकलइ सयाँ कोइरदिनेश दिनमणि
3सोहान लागे रेशांति भारत 
4कते सुंदर छोटानागपुरदीपक सवालRead
5हामर भारत महानअम्बुज कुमार
6मिली के रहिहाप्रदीप कुमार दीपक
7साँझे हाँस झींगा फूलमहेन्द्र नाथ गोस्वामी
8बोन रक्षा जीवन रक्षाअनीता कुमारीRead
9सेवाविक बाउँडी मेलासुभद्रा कुमारी
10जय माँय जननीशिवनाथ प्रमाणिक
खंड ‘ग’ गद्य साहित्य
लोककथा – खोरठा भाषा की दस 10 लोककथाएँ-
क्र• सं•लोककथा के नामसंकलनकर्ता के नामLinks
1सात भाय एक बहिनशांति भारतRead
2धनेक धधइनीRead
3बुढा बुढी आर सात पीठादिनेश दिनमणिRead
4खुँटा भितर चिंयाँ गोटाRead
5गुदपुचु रानी आर कउआबंशीलाल बंशीRead 
6गोहाइल परबअजित कुमार झाRead
7दू बिहाक दुरगतिRead
8लुहरगर बेटी छउआRead
9केतकी फूलश्रीमती सावित्री देवीRead
10बुढी आर ओकर नातीअरविन्द कुमारRead
शिष्ट कहानी: खोरठा भाषा की 8 आधुनिक कहानियाँ-
क्र• सं•कहानी के नामलेखक के नामLinks
1छाँहइरचितरंजन महतो चित्राRead
2बोनेक लोरRead
3हाम जीयब कइसेंRead
4नावा जिमीदारRead
5उबारडॉ विनोद कुमारRead
6जिनगिक डोंआनीRead
7ओद दीदाRead
8हुबRead
नाटक: चाभी काठी
क्र• सं•नाटक के नामलेखक के नामLinks
1चाभी-काठीश्रीनिवास पानुरीRead
साहित्यिक निबंध
क्र• सं•निबंध के नामनिबंध के लेखकLinks
1भाइ-बहिन के शुभ प्यार के प्रतीक परब करम Read
2फूल कर परब सरहुल आर तकर प्रासंगिकता Read
निम्नलिखित खोरठा साहित्यकारों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर निबंध
क्र• सं•साहित्यकार के नामLinks
1भुवनेश्वर दत्त शर्मा व्याकुलRead
2श्रीनिवास पानुरी Read
3विश्वनाथ दसौंधी ‘राज’Read
4विश्वनाथ नागर  Read
5शिवनाथ प्रमाणिकRead
6श्याम सुंदर महतो ‘श्यामRead
7ए.के. झाRead

 

FAQ – Khortha Notes for JSSC & JPSC Exams

What are Khortha Notes for JSSC & JPSC Exams?

Khortha Notes is a study material specially designed for students preparing for JSSC (Jharkhand Staff Selection Commission) & JPSC (Jharkhand Public Service Commission) exams. These notes cover all the major topics related to Khortha Language & Literature which are included in the syllabus of the exam.

Where can I find Khortha Notes for JSSC & JPSC exams?

You can find detailed and updated Khortha Notes on Sarkari Diary website (www.sarkaridiary.in). We provide notes that are specially designed to help you prepare for JSSC & JPSC exams.

Are Khortha Notes free?

Yes, the Khortha Notes provided by Government Diary are completely free. We believe in providing quality resources to all students, helping you prepare efficiently for your exams.

What topics are covered in Khortha Notes by Sarkari Diary?

Our Khortha Notes cover all the necessary topics related to Khortha Language and Khortha Literature as per the syllabus of JSSC and JPSC exams. The topics include grammar, vocabulary, literature, cultural aspects and more.

Are there any other resources available apart from Khortha Notes?

Yes! In addition to Khortha Notes, we also provide additional resources to help you prepare for your exam:
Practice Questions
Mock Tests
Online Courses
Exam Preparation Tips
These resources are designed to help you assess your knowledge, improve your exam preparation, and practice your skills.


How do I use these Khortha Notes for my exam preparation?

You can use Khortha Notes to strengthen your understanding of the subject, revise important concepts, and practice with mock tests and practice questions. We recommend studying the notes regularly and using the practice material to test your knowledge.

How often are Khortha Notes updated?

Our Khortha Notes are updated regularly to ensure they are aligned with the latest exam pattern and syllabus changes. This ensures that you always have access to the most relevant and current study material.

Can I download Khortha Notes?

Currently, the notes are available for online viewing on the Sarkari Diary website. You can access and review them anytime by visiting www.sarkaridiary.in.

How do I contact Sarkari Diary if I have any questions?

If you have any questions or need further assistance, feel free to email us at contact@sarkaridiary.in. We are here to help with any questions related to Khortha Notes or exam preparation.

Can these Khortha Notes help in exams other than JSSC and JPSC?

While these notes are specifically prepared for JSSC and JPSC exams, they can also be useful for other exams in the state of Jharkhand whose syllabus includes Khortha language and literature.

How can I stay updated with new resources and notes?

To stay updated on new study materials, tips and resources, visit the Sarkari Diary website regularly or subscribe to our newsletter. We provide you with the latest resources to help you succeed in your exams.

For more information and to access Khortha Notes, visit the Sarkari Diary website: www.sarkaridiary.in.

We are committed to support you in your preparation and help you succeed in your JSSC and JPSC exams!

खोरठा भाषा एवं साहित्य के बारे में

खोरठा मुख्य रूप से भारतीय राज्यों झारखंड, बिहार, और पश्चिम बंगाल में बोली जाने वाली एक महत्वपूर्ण भाषा है। यह इंडो-आर्यन भाषा परिवार से संबंधित है और इसे पूर्वी हिंदी समूह का हिस्सा माना जाता है। खोरठा की जड़ें मगही भाषा में पाई जाती हैं, और यह भोजपुरी, मगही और मैथिली जैसी अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के साथ समानताएं साझा करती है।

खोरठा भाषा की अपनी कोई लिपि नहीं है, और इसे लिखने के लिए आमतौर पर देवनागरी लिपि का उपयोग किया जाता है। यह भाषा मुख्य रूप से खोरठा समुदाय द्वारा बोली जाती है, जो छोटा नागपुर पठार और इसके आसपास के क्षेत्रों में निवास करते हैं। खोरठा भाषा इन लोगों की सांस्कृतिक और सामाजिक पहचान का अहम हिस्सा है।

खोरठा साहित्य की बात करें तो, इसकी एक समृद्ध मौखिक परंपरा है, जिसमें लोक गीत, कविताएं, और लोक कथाएं प्रमुख हैं। ये रचनाएं पीढ़ियों से चली आ रही हैं और खोरठा समुदाय की सांस्कृतिक, सामाजिक और ऐतिहासिक पहलुओं को व्यक्त करती हैं। हालांकि, खोरठा में लिखित साहित्यिक रचनाओं का अभाव है, क्योंकि खोरठा को एक विशिष्ट भाषा के रूप में मान्यता प्राप्त नहीं है और इसका दस्तावेजीकरण बहुत सीमित रहा है।

इसके बावजूद, खोरठा साहित्य के विकास को प्रोत्साहित करने के लिए हाल के वर्षों में प्रयास किए जा रहे हैं। बढ़ती जागरूकता और क्षेत्रीय भाषाओं के संरक्षण और संवर्धन के प्रयासों के साथ, खोरठा को एक साहित्यिक रूप में संरक्षित करने और इसे व्यापक दर्शकों तक पहुंचाने के लिए पहल की जा रही हैं।

खोरठा जैसी क्षेत्रीय भाषाओं के महत्व को समझना और उनकी सांस्कृतिक धरोहर को पहचानना अत्यंत आवश्यक है। भारत के विविध सांस्कृतिक परिदृश्य में इन भाषाओं का अहम योगदान है। क्षेत्रीय भाषाओं और साहित्य के दस्तावेजीकरण, संरक्षण और प्रचार के प्रयास न केवल सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा करते हैं, बल्कि भाषाई विविधता को भी बढ़ावा देते हैं, जो भारत की एकता और विविधता के प्रतीक के रूप में कार्य करती है।

इन प्रयासों से खोरठा जैसे भाषाओं को वैश्विक पहचान मिल सकती है और आने वाली पीढ़ियों के लिए इन भाषाओं को संरक्षित किया जा सकता है।