देवघर मंदिर: झारखंड का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल
देवघर मंदिर झारखंड राज्य के देवघर जिले में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसे बाबा बैद्यनाथ मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर हिंदू धर्म के चार धामों में से एक है।
देवघर मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर की स्थापना भगवान शिव ने स्वयं की थी। मंदिर का निर्माण चंद वंश के राजा त्रिलोचन देव ने करवाया था। मंदिर के वर्तमान स्वरूप का निर्माण 16वीं शताब्दी में मुगल सम्राट अकबर के शासनकाल में हुआ था।
देवघर मंदिर एक विशाल मंदिर परिसर है। मंदिर के गर्भगृह में भगवान शिव की लिंग प्रतिमा विराजमान है। मंदिर परिसर में कई अन्य मंदिर भी हैं, जिनमें माता पार्वती, भगवान गणेश, भगवान हनुमान और भगवान कार्तिकेय के मंदिर शामिल हैं।
देवघर मंदिर हिंदू धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह मंदिर साल भर भक्तों की भीड़ से भरा रहता है। मंदिर में हर साल श्रावण मास में एक बड़ा मेला लगता है। इस मेले में देशभर से लाखों श्रद्धालु आते हैं।
देवघर मंदिर कैसे पहुंचे
देवघर मंदिर झारखंड राज्य के देवघर जिले में स्थित है। यह मंदिर सड़क, रेल और हवाई मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग से: देवघर मंदिर से सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। देवघर राज्य के सभी प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग से: देवघर रेलवे स्टेशन झारखंड राज्य का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है। यह स्टेशन देश के सभी प्रमुख शहरों से रेल मार्ग से जुड़ा हुआ है।
हवाई मार्ग से: देवघर हवाई अड्डा झारखंड राज्य का दूसरा सबसे बड़ा हवाई अड्डा है। यह हवाई अड्डा देश के प्रमुख शहरों से हवाई मार्ग से जुड़ा हुआ है।
देवघर मंदिर में घूमने लायक स्थान
- बाबा बैद्यनाथ मंदिर
- माता पार्वती मंदिर
- भगवान गणेश मंदिर
- भगवान हनुमान मंदिर
- भगवान कार्तिकेय मंदिर
- त्रिलोचन मंदिर
- पंचमुखी हनुमान मंदिर
- नागा मंदिर
देवघर मंदिर के आसपास के दर्शनीय स्थल
- बूढ़ा बाबा मंदिर
- बाबा बैद्यनाथ धाम
- त्रिकूट पर्वत
- तारकेश्वर महादेव मंदिर
- मधुबन राष्ट्रीय उद्यान
देवघर मंदिर में रहने की व्यवस्था
देवघर मंदिर के आसपास कई होटल, धर्मशाला और रिसॉर्ट हैं। आप अपनी सुविधानुसार किसी भी स्थान पर रह सकते हैं।