Home / B.Ed / M.Ed / DELED Notes / Gender School And Society B.Ed Notes in Hindi / कक्षागत प्रतिक्रियाएँ: शिक्षक-विद्यार्थी अन्तःक्रिया और अधिगम परिणामों पर प्रभाव

कक्षागत प्रतिक्रियाएँ: शिक्षक-विद्यार्थी अन्तःक्रिया और अधिगम परिणामों पर प्रभाव

Last updated:
WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now

कक्षागत प्रतिक्रियाएँ: शिक्षक-विद्यार्थी अन्तःक्रिया और अधिगम परिणामों पर प्रभाव

कक्षागत प्रतिक्रियाएँ शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। शिक्षक द्वारा विद्यार्थियों को दी गई प्रतिक्रियाएँ उनके प्रदर्शन और समझ को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

Also Read:  सामाजिक स्त्रीकारण की विशेषताएं | Features of social stratification

शिक्षक-विद्यार्थी के अन्तःक्रिया पर प्रभाव:

  • सकारात्मक प्रतिक्रिया:

    जब शिक्षक विद्यार्थियों को सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हैं, तो वे प्रेरित, आत्मविश्वासी और उत्साहित महसूस करते हैं। इससे वे और अधिक सीखने और भाग लेने के लिए प्रेरित होते हैं।

  • नकारात्मक प्रतिक्रिया:

    यदि शिक्षक केवल नकारात्मक प्रतिक्रिया देते हैं, तो विद्यार्थियों में नकारात्मक भावनाएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे कि निराशा, डर और कम आत्मसम्मान। इससे वे सीखने में कम रुचि ले सकते हैं।

  • रचनात्मक प्रतिक्रिया:

    जब शिक्षक रचनात्मक प्रतिक्रिया देते हैं, तो वे विद्यार्थियों को उनकी गलतियों से सीखने और सुधार करने में मदद करते हैं। इससे वे अपनी समझ और प्रदर्शन को बेहतर बनाने में सक्षम होते हैं।

अधिगम परिणामों पर प्रभाव:

  • समझ में सुधार:

    जब शिक्षक विद्यार्थियों को उनकी समझ के स्तर के अनुसार प्रतिक्रिया देते हैं, तो वे अवधारणाओं को बेहतर ढंग से समझने में सक्षम होते हैं।

  • प्रदर्शन में सुधार:

    जब शिक्षक विद्यार्थियों को उनके प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हैं, तो वे अपनी गलतियों से सीख सकते हैं और अपनी गलतियों को सुधार सकते हैं।

  • सीखने में रुचि में वृद्धि:

    जब शिक्षक विद्यार्थियों को सकारात्मक और रचनात्मक प्रतिक्रिया देते हैं, तो वे सीखने में अधिक रुचि लेते हैं और अधिक सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।

कक्षागत प्रतिक्रियाओं को प्रभावी बनाने के लिए कुछ सुझाव:

  • समय पर प्रतिक्रिया दें:

    प्रतिक्रिया जितनी जल्दी दी जाएगी, उतनी ही अधिक प्रभावी होगी।

  • विशिष्ट प्रतिक्रिया दें:

    सामान्य प्रतिक्रिया देने के बजाय, विशिष्ट प्रतिक्रिया दें ताकि विद्यार्थी अपनी गलतियों को समझ सकें और सुधार कर सकें।

  • रचनात्मक प्रतिक्रिया दें:

    नकारात्मक प्रतिक्रिया देने के बजाय, रचनात्मक प्रतिक्रिया दें ताकि विद्यार्थी अपनी गलतियों से सीख सकें और सुधार कर सकें।

  • विद्यार्थियों को प्रतिक्रिया देने में शामिल करें:

    विद्यार्थियों को अपनी गलतियों को पहचानने और सुधारने में मदद करने के लिए उन्हें प्रतिक्रिया देने में शामिल करें।

कक्षागत प्रतिक्रियाएँ शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। शिक्षक द्वारा विद्यार्थियों को दी गई प्रतिक्रियाएँ उनके प्रदर्शन, समझ और अधिगम परिणामों को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि प्रतिक्रिया केवल शिक्षक द्वारा नहीं दी जाती है। विद्यार्थी भी एक दूसरे को प्रतिक्रिया दे सकते हैं, जो उनके सीखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

Leave a comment