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मूल्यांकन: सतत एवं व्यापक मापन की महत्वपूर्णता B.Ed Notes

Published by: Ravi Kumar
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सतत एवं व्यापक मूल्यांकन

सतत एवं व्यापक मूल्यांकन एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो किसी व्यक्ति, संगठन या उत्पाद की मान्यता और मान्यता को मापने के लिए किया जाता है। यह मूल्यांकन प्रक्रिया विभिन्न मानकों, मापदंडों और नियमों के आधार पर होती है और उच्चतम मानकों को प्राप्त करने का प्रयास करती है।

Continuous and Comprehensive Evaluation and Credit Based Evaluation
Continuous and Comprehensive Evaluation and Credit Based Evaluation

सतत मूल्यांकन का मतलब है कि यह प्रक्रिया नियमित और नियमित रूप से होती है। इसका मतलब है कि मूल्यांकन को समय-समय पर बार-बार दोहराया जाता है ताकि मान्यता और मान्यता की स्थिति का निरीक्षण किया जा सके। इसके अलावा, यह मूल्यांकन व्यापक होना चाहिए, अर्थात् सभी पहलुओं को समावेश करना चाहिए ताकि एक संपूर्ण और समर्थित मूल्यांकन हो सके।

सतत एवं व्यापक मूल्यांकन की एक महत्वपूर्ण उपयोगिता यह है कि यह संगठन को अपनी क्षमता और प्रगति का मापन करने में मदद करता है। यह एक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करता है जो संगठन की सभी पहलुओं को शामिल करता है, जैसे कि उत्पादन, विपणन, वित्त, मानव संसाधन आदि। इसके लिए, संगठन को अपने कार्यक्रमों, नीतियों और प्रक्रियाओं को मूल्यांकन करने के लिए एक व्यापक और विश्वसनीय मानक का उपयोग करना चाहिए।

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क्रेडिट आधारित मूल्यांकन

क्रेडिट आधारित मूल्यांकन एक प्रक्रिया है जिसमें एक व्यक्ति या संगठन की मान्यता और मान्यता का मूल्यांकन क्रेडिट स्कोर के माध्यम से किया जाता है। क्रेडिट स्कोर एक संख्यात्मक मानक होता है जो व्यक्ति या संगठन की वित्तीय स्थिति, व्यवहार और भुगतान क्षमता को मापता है। क्रेडिट आधारित मूल्यांकन का मतलब है कि यह मूल्यांकन क्रेडिट इतिहास के आधार पर होता है। क्रेडिट इतिहास व्यक्ति या संगठन के वित्तीय संबंधों को दर्शाता है, जिसमें उनके भुगतान, उधार और अन्य वित्तीय गतिविधियों का विवरण होता है। इसके आधार पर, एक क्रेडिट स्कोर की गणना की जाती है जो व्यक्ति या संगठन की वित्तीय स्थिति को मापता है। क्रेडिट आधारित मूल्यांकन की एक महत्वपूर्ण उपयोगिता यह है कि यह व्यक्ति या संगठन को वित्तीय संबंधों में विश्वसनीयता और व्यवहार का मापन करने में मदद करता है। यह एक विश्वसनीय और प्रमाणित मानक प्रदान करता है जो उच्चतम मानकों के आधार पर व्यक्ति या संगठन की क्रेडिटवर्थिता को मापता है।

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मूल्यांकन की महत्वपूर्णता

मूल्यांकन एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो हमें विश्वसनीयता, मान्यता और गुणवत्ता की सुरक्षा करने में मदद करती है। यह हमें एक स्थिर और विश्वसनीय मानक प्रदान करती है जिसे हम उच्चतम मानकों के आधार पर प्राप्त कर सकते हैं। मूल्यांकन का उपयोग व्यक्ति, संगठन और उत्पाद की मान्यता को मापने के लिए किया जाता है। यह हमें विश्वसनीयता और गुणवत्ता की सुरक्षा करने में मदद करता है और हमें उच्चतम मानकों को प्राप्त करने का मौका देता है। सतत एवं व्यापक मूल्यांकन और क्रेडिट आधारित मूल्यांकन दोनों ही महत्वपूर्ण हैं और हमें विभिन्न पहलुओं को मापने का मौका देते हैं। यह हमें विश्वसनीयता, मान्यता और गुणवत्ता की सुरक्षा करने में मदद करते हैं और हमें उच्चतम मानकों को प्राप्त करने का मौका देते हैं।

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Ravi Kumar is a content creator at Sarkari Diary, dedicated to providing clear and helpful study material for B.Ed students across India.

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