किताब का नाम – सोहन लागे रे……
पुस्तक का प्रकार – शिष्ट गीत संग्रह/गोछ
किस प्रकार का संग्रह – डोंगल गीत गोछ 18 गीतकारों/ रचनाकारों के गीतों का संग्रह
कुल गीतों की संख्या – 46
पाठ्यक्रम में शामिल गीतों की संख्या – कुल 10
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पाठ्यक्रम में शामिल गीतकार/रचनाकार एवं उनके गीतकार एवम जोरवाइया का नाम –
1. सुकुमार – मांदइर बाजे रे बांसी बाजे रे
2. दिनेश दिनमणि – बोने पाकलइ सयाँ कोइर
3. शांति भारत – सोहन लागे रे
4. दीपक सवाल – कते सुंदर छोटानागपुर
5. अंबुज कुमार ‘अंबुज’ – हमर भारत महान रे
6 प्रदीप कुमार ‘दीपक’ – मिली के रहिया
7. महेंद्रनाथ गोस्वामी – सांझे हाँसइ झींगा फूल
8. शिवनाथ प्रमाणिक – जय माय जननि
9. अनिता कुमारी – बोन रछा जीवन रछा
10. सुभद्रा कुमारी – सेंवातिक बांउड़ी मेला
पुस्तक का संपादक – दिनेश कुमार दिनमणि (दिनेश कुमार)
मुख्य संकलनकर्ता – शेखर शरदेंदु
प्रथम संस्करण – 2006
द्वितीय संस्करण – 2019
सोहन शब्द का अर्थ – सुहाना, मनभावन, आनंद