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सामाजिक स्त्रीकारण की विशेषताएं B.Ed Notes

Published by: Ravi Kumar
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सामाजिक स्त्रीकारण की विशेषताएं :

सामाजिक स्त्रीकारण, स्त्री होने के सामाजिक और सांस्कृतिक निर्माण को दर्शाता है। यह उन लिंग-विशिष्ट भूमिकाओं, व्यवहारों, अपेक्षाओं और मानदंडों को संदर्भित करता है जो समाज महिलाओं के लिए निर्धारित करता है। सामाजिक स्त्रीकारण की कुछ प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

1. मातृत्व:

महिलाओं को प्राकृतिक रूप से मां बनने के लिए प्रेरित किया जाता है। मातृत्व को स्त्रीत्व का एक महत्वपूर्ण पहलू माना जाता है।

2. देखभाल:

महिलाओं को दूसरों की देखभाल करने वाली, nurturing और सहानुभूतिपूर्ण माना जाता है। परिवार के सदस्यों, बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल महिलाओं की जिम्मेदारी मानी जाती है।

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3. घरेलू कौशल:

महिलाओं को घरेलू कामों में कुशल होना चाहिए, जैसे खाना बनाना, सफाई करना और कपड़े धोना।

4. भावनात्मकता:

महिलाओं को भावनाओं को व्यक्त करने और दूसरों की भावनाओं को समझने में अधिक सक्षम माना जाता है।

5. सुंदरता और आकर्षण:

महिलाओं को सुंदर, आकर्षक और युवा दिखने के लिए दबाव डाला जाता है।

6. विनम्रता और कमजोरी:

महिलाओं को विनम्र, कमजोर और पुरुषों पर निर्भर रहने वाली माना जाता है।

7. लैंगिक भेदभाव:

सामाजिक स्त्रीकारण लैंगिक भेदभाव को जन्म देता है। महिलाओं को पुरुषों के समान अवसर नहीं दिए जाते हैं और उन्हें शिक्षा, रोजगार और राजनीति में समान प्रतिनिधित्व नहीं मिलता है।

8. लिंग रूढ़िवादिता:

सामाजिक स्त्रीकारण लिंग रूढ़िवादिता को मजबूत करता है। महिलाओं को पुरुषों से अलग भूमिकाओं और व्यवहारों में सीमित रखा जाता है।

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9. लैंगिक हिंसा:

सामाजिक स्त्रीकारण लैंगिक हिंसा का कारण बन सकता है। महिलाओं को पुरुषों द्वारा शारीरिक, मानसिक और यौन शोषण का सामना करना पड़ता है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सामाजिक स्त्रीकारण एक सामाजिक निर्माण है और यह समय और स्थान के साथ बदलता रहता है। विभिन्न संस्कृतियों में स्त्रीत्व की अलग-अलग धारणाएं हैं।

सामाजिक स्त्रीकारण की आलोचना भी की जाती है क्योंकि यह महिलाओं को सीमित करता है और उन्हें पुरुषों से अलग दर्जा देता है। स्त्रीवादी आंदोलन महिलाओं के लिए समानता और अधिकारों की लड़ाई लड़ रहा है ताकि वे अपनी पसंद के अनुसार जीवन जी सकें।

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यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सभी महिलाएं इन विशेषताओं का पालन नहीं करती हैं। कई महिलाएं इन रूढ़ियों को तोड़ रही हैं और अपनी पसंद के अनुसार जीवन जी रही हैं।

सामाजिक स्त्रीकारण के बारे में अधिक जानने के लिए, आप निम्नलिखित पुस्तकें पढ़ सकते हैं:

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Ravi Kumar is a content creator at Sarkari Diary, dedicated to providing clear and helpful study material for B.Ed students across India.

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