अभिवृद्धि तथा विकास की परिभाषाएँ | Definitions of Growth and Development B.Ed Notes by Sarkari Diary

अभिवृद्धि (Growth): अभिवृद्धि का अर्थ है किसी जीव के आकार, वजन और जटिलता में वृद्धि. यह एक मात्रात्मक परिवर्तन है, जो मापा जा सकता है।

उदाहरण: बच्चे का वजन और लंबाई बढ़ना, पौधे का ऊँचा होना, फल का बड़ा होना.

विकास (Development): विकास का अर्थ है किसी जीव के गुणों, क्षमताओं और व्यवहार में परिवर्तन. यह एक गुणात्मक परिवर्तन है, जो मापा नहीं जा सकता।

उदाहरण: बच्चे का बोलना सीखना, पौधे का फूलना, फल का पकना.

अभिवृद्धि तथा विकास की परिभाषाएँ (Definitions of Growth and Development)

  • मेरीडिथ के अनुसार – कुछ लेखक अभिवृद्धि का प्रयोग केवल आकार की वृद्धि के अर्थ में करते हैं और विकास का विभेदीकरण (विशिष्टीकरण) के अर्थ में।
  • हरलॉक के अनुसार – विकास बड़े होने तक ही सीमित नहीं है बल्कि इसमें प्रौढ़ावस्था के लक्ष्य की ओर परिवर्तनों का प्रगतिशील क्रम निहित रहता है। विकास के फलस्वरूप व्यक्ति में नवीन विशेषताएँ तथा नवीन योग्यताएँ प्रकट होती हैं।
  • फ्रैंक के अनुसार – अभिवृद्धि से तात्पर्य कोशिकाओं में होने वाली वृद्धि से होता है जैसे लम्बाई और भार में वृद्धि, जबकि विकास से तात्पर्य प्राणी में होने वाले सम्पूर्ण परिवर्तनों से होता है
  • गेसेल के अनुसार- विकास, प्रत्यय से अधिक है। इसे देखा, जाँचा और किसी सीमा तक तीन प्रमुख दिशाओं- शरीर अंग विश्लेषण, शरीर ज्ञान तथा व्यवहारात्मक, में मापा जा सकता है – इस सब में व्यावहारिक संकेत ही सबसे अधिक विकासात्मक स्तर और विकासात्मक शक्तियों को व्यक्त करने का माध्यम है।

मनोवैज्ञानिक दृष्टि से अभिवृद्धि और विकास में उपर्युक्त अन्तर होते हुए भी सामान्यतः इन दोनों शब्दों को एक ही अर्थ में प्रयोग किया जाता है। यहाँ भी दोनों शब्दों को एक ही अर्थ में प्रयुक्त किया जा रहा है।

Share via:
Facebook
WhatsApp
Telegram
X

Related Posts

Leave a Comment

Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments
Sarkari Diary WhatsApp Channel

Recent Posts

error: