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जनसंचार के साधन से क्या तात्पर्य है? | Mass Communication B.Ed Notes

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जनसंचार इक्कीसवीं सदी की एक प्रमुख विशेषता है, जिसे सूचना और संचार क्रांति के नाम से भी जाना जाता है। यह क्रांति जनसंचार के साधनों के बिना संभव नहीं होती। ये साधन न केवल व्यक्तिगत जीवन, बल्कि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों और संवाद स्थापित करने में भी बेहद महत्वपूर्ण हैं। आजकल, जनसंचार के माध्यमों के जरिए ही हम दूर-दराज की सूचनाओं तक पहुंच पाते हैं।

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जनसंचार हिन्दी में दो शब्दों से मिलकर बना है

जन से तात्पर्य लोगों अथवा व्यक्तियों का समूह और संचार से तात्पर्य संचरण करना अर्थात् सूचनाओं का आदान-प्रदान। इस प्रकार जनसंचार से तात्पर्य है व्यक्तियों के मध्य सूचनाओं का आदान-प्रदान करना और इन सूचनाओं के संचरण में काम आने वाले साधन। आंग्ल भाषा में जनसंचार को ‘Mass Media’ कहा जाता है। सामान्यतः जनसंचार से ऐसे साधनों (अभिकरणों) से है जिनके प्रयोग द्वारा विभिन्न प्रकार की सूचनाओं को दूरदराज तक तथा सभी लोगों को एक साथ पहुँचाई जाती है।

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परिभाषायें (Definitions) जनसंचार के अर्थ को और अधिक स्पष्टीकरण हेतु नीचे कुछ परिभाषायें निम्न हैं-

  • सूमरी के शब्दानुसार – संचार- सूचना, आदर्शों एवं अभिवृत्तियों का एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुँचने की कला है।
  • डॉ. गोकुलचन्द पाण्डेय के शब्दानुसार- संचार सूचना व्यक्त अथवा अव्यक्त रूप से सूचनाओं का प्रेषण एवं स्वीकरण है।

इस प्रकार जनसंचार वर्तमान तकनीकी ज्ञान के कारण सूचना क्रान्ति लाने में प्रमुख रूप से उत्तरदायी है क्योंकि इसके द्वारा लोगों के समूहों के मध्य सूचनाओं का प्रेषण शीघ्रता से तथा कम समय में व्यक्त किया जा सकता है।

विशेषतायें (Characteristics) जनसंचार के साधनों के अर्थ के स्पष्टीकरण के पश्चात् इनकी निम्नांकित विशेषतायें दृष्टिगत होती हैं –

  1. जनसंचार वर्तमान सूचना क्रान्ति का परिणाम है।
  2. जनसंचार में सूचनाओं का सम्प्रेषण तथा स्वीकरण किया जाता है। (3) जनसंचार के साधनों की सूचना प्रेषण में भूमिका महत्त्वपूर्ण होती है।
  3. जनसंचार के साधनों के द्वारा प्रभावी सम्प्रेषण की स्थापना की जाती है।
  4. जनसंचार के साधनों के द्वारा कम समय और व्यय में समूह के साथ सूचनाओं और विचारों का आदान-प्रदान किया जाता है।
  5. जनसंचार के साधनों का महत्त्व शैक्षिक दृष्टि से भी अत्यधिक है।
  6. इन साधनों की एक विशेषता यह भी है कि ये ज्ञान तथा सूचनाओं को
  7. मनोरंजनात्मक ढंग से प्रस्तुत करते हैं।
  8. जनसंचार के साधनों द्वारा प्रत्येक आयु, वर्ग आदि के व्यक्तियों से सम्पर्क स्थापित कर उपयोगी सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाता है।
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