पेशे की मुख्य विशेषतायें (Characteristics of a Profession) निम्नलिखित हैं –
1. एक वृत्ति वह है जिसके व्यवसायी विशेषज्ञ ज्ञान रखते हैं तथा जिन्होंने प्रयोगात्मक प्रशिक्षण लिया है।
2. एक वृत्ति एक व्यवसाय से भिन्न है क्योंकि इसमें समाज सेवा का भाव सम्मिलित होता है। वृत्तिक समाज या समुदाय को सेवा प्रदान करता है। यद्यपि वह अपनी जीविका अपनी वृत्ति के द्वाराकमाता है। एक चिकित्सक या शिक्षक अपनी जीविका चिकित्सा या शिक्षण वृत्ति से कमाता है किन्तु उसकी मुख्य भूमिका बीमार का कष्ट निवारण की अथवा अनपढ़ को ज्ञान प्रदान करने की है।
3. एक वृत्ति की सदस्यता स्पष्ट रूप से परिभाषित वृत्तिक समूह की होती है। चिकित्सक सदस्य होता है चिकित्सकों के समूह का या वकील होता है सदस्य उस समूह का जिसमें वे व्यक्ति होते हैं जो वकालत करते हैं।
4. प्रत्येक वृत्ति के अपने आचरण के नियम होते हैं। ये वृत्तिकों के अपने स्वयं के विचारों एवं सेवा सम्बन्धी धारणाओं के आधारों पर विकसित होते है। ये नियम अपने आप ही अपने पर लागू किये जाते हैं।
5. एक वृत्तिक समूह का अपना निजी संगठन होता है। यह संगठन अपने सदस्यों पर प्रभाव डालता है कि वह अपने कार्य में अच्छे आचरण के नियमों का पालन करें तथा वृत्ति के हितों का संरक्षण भी करें।
आधुनिक काल में शिक्षा को उद्यमगत दक्षता के रूप में स्वीकार किया गया। किसी भी उद्यम के लिए कुछ दक्षताओं का होना आवश्यक है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् (N.C.T.E.) द्वारा अध्यापक शिक्षा के क्षेत्र में दक्ष आजीविकार्थ अध्यापकीय तैयारी को व्यावहारिक माना गया है। विद्यालयों में छात्रों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अधिगम (Learning) की समस्या भी जटिल होती जा रही है। इस हेतु अध्यापकीय कुशलता एवं दक्षता की वृद्धि जरूरी है।