वसंत पंचमी, जिसे सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है, एक हिंदू त्योहार है जो वसंत ऋतु के आरंभ का प्रतीक है। यह त्योहार माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है, जो आमतौर पर जनवरी या फरवरी के महीने में आता है। यह त्योहार ज्ञान, संगीत, कला और विज्ञान की देवी सरस्वती को समर्पित है।
बसंत पंचमी 2024 तारीख और समय
द्रिक पंचांग के अनुसार, इस वर्ष बसंत पंचमी का त्योहार 14 फरवरी 2024, बुधवार को मनाया जाएगा। शुभ समय इस प्रकार हैं:
पंचमी तिथि आरंभ – 13 फरवरी 2024 – 02:41 अपराह्न
पंचमी तिथि समाप्त – 14 फरवरी, 2024 – 12:09 अपराह्न
सरस्वती पूजा का समय – 14 फरवरी, 2024 – सुबह 06:17 बजे से दोपहर 12:01 बजे तक
वसंत पंचमी के दिन, लोग पीले रंग के कपड़े पहनते हैं, जो ज्ञान और वसंत का रंग है, और सरस्वती की पूजा करते हैं। वे मंदिरों में जाते हैं, भजन गाते हैं, और देवी के सम्मान में कविताएं सुनाते हैं। कुछ जगहों पर, लोग पतंगबाजी उत्सव भी आयोजित करते हैं, क्योंकि पतंग को ज्ञान और स्वतंत्रता का प्रतीक माना जाता है।
भारत के विभिन्न भागों में वसंत पंचमी कैसे मनाया जाता है:
- पूर्वी भारत: पश्चिम बंगाल, बिहार और असम में, सरस्वती पूजा एक प्रमुख त्योहार है। लोग अपने घरों को फूलों और रंगोली से सजाते हैं और सरस्वती की मूर्तियाँ स्थापित करते हैं। वे देवी को प्रार्थना और भोग (भोजन प्रसाद) भी अर्पित करते हैं।
- उत्तर भारत: उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में, लोग मंदिरों में जाकर सरस्वती की पूजा करके वसंत पंचमी मनाते हैं। वे सांस्कृतिक कार्यक्रम और मेले भी आयोजित करते हैं।
- दक्षिण भारत: कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में, वसंत पंचमी को सरस्वती जयंती के रूप में मनाया जाता है। लोग सरस्वती की पूजा करते हैं और बच्चों के लिए शैक्षिक कार्यक्रम भी आयोजित करते हैं।
वसंत पंचमी एक हर्षोल्लासपूर्ण त्योहार है जो वसंत ऋतु के आगमन और ज्ञान के महत्व का जश्न मनाता है। यह लोगों के लिए एक साथ आने और ज्ञान की देवी सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त करने का समय है।