ज़माने भर में मिलते हे आशिक कई , मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता , नोटों में भी लिपट कर, सोने में सिमटकर मरे हे कई , मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता.
भारतमाता के लिए मर मिटना कबूल है मुझे,अखंड भारत बनाने का जूनून है मुझे.
मैं भारत बरस का हरदम सम्मान करता हूँ, यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हुँ, मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की, तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ.
यहीं रहूँगा कहीं उम्र भर न जाउँगा, ज़मीन माँ है इसे छोड़ कर न जाऊँगा.
फिर उड़ गई नींद मेरी यह सोचकर, कि जो शहीदों का बहा वो खून मेरी नींद के लिए था.
गूँजे कहीं पर शंख, कही पे अजाँ हैं, बाइबिल है, ग्रन्थ साहब है, गीता का ज्ञान हैं, दुनिया में खी और यह मंजर नसीब नही, दिखाओ जमाने को यह हिन्दुस्तान हैं.
मैं जला हुआ राख नही, अमर दीप हूँ, जो मिट गया वतन पर, मैं वो शहीद हूँ.
दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगें, आजाद हैं और आजाद ही रहेंगें.
लहू वतन के शहीदों का रंग लाया है, उछ्ल रहा है ज़माने में नाम-ए-आज़ादी.
दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की नफरत, मेरी मिटटी से भी खुशबू-ए-वफ़ा आयेगी.
भारतमाता तुम्हें पुकारे आना ही होगा, कर्ज अपने देश का चुकाना ही होगा, दे करके कुर्बानी अपनी जान की, तुम्हे मरना भी होगा मारना भी होगा.
मैं अपने देश का हरदम सम्मान करता हूँ, यहाँ की मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ, मुझे डर नहीं है अपनी मौत से,तिरंगा बने कफ़न मेरा, यही अरमान रखता हूँ.
मझहब नही सीखाता आपस मे बैर रखना हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्तान हमारा.
शम्मा-ए-वतन की लौ पर जब कुर्बान पतंगा हो, होठों पर गंगा हो और हाथों में तिरंगा हो.
मैं चैन ओ अमन पसंद करता हूँ, मेरे देश में दंगा रहने दो लाल हरे में मत बांटो, मेरी छत पे तिरंगा रहने दो.
हम आजादी तभी पाते हैं जब अपने जीवित रहने के अधिकार का पूरा मूल्य चुका देते हैं.
मैं भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ, मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की, तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ.
Aajadi ki kabhi shaam nahi hone denge, Sahidon ki kurbani badnaam nahi hone denge, Bachi ho jo ek bund bhi garam lahu ki… Tab tak bharat ka aanchal nilaam nahi hane denge.
Waqt aa gaya hai ab duniya ko saaf-saaf kehna hoga, Desh prem ki prabal dhaar mein har man ko behna hoga, Jise tiranga lage paraya, mera desh chhod jaaye, Hindustan mein Hindustani bankar hi rehna hoga.
Watan hamara aise na chhor paaye koi, Rishta hamara aise na tod paaye koi, Dil hamare ek hai ek hai hamari jaan, Hindustan hamara hai hm hai iski shaan.
फांसी चढ़ गए और सीने पर गोली खाई, हम उन शहीदों को प्रणाम करते हैं, जो मिट गए देश पर, हम उनको सलाम करते हैं स्वतंत्रता दिवस मुबारक हो.
मरने के बाद भी जिसके नाम मे जान हैं,ऐसे जाबाज़ सैनिक हमारे भारत की शान है.
दे सलामी इस तिरंगे को, जिस से तेरी शान हैं, सिर हमेशा ऊंचा रखना इसका जब तक दिल में जान है जय हिंद.
यह बात हवाओं को भी बताए रखना, रोशनी होगी चिरागों को जलाए रखना, लहू देकर जिसकी हिफाजत हमने की, ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाए रखना. स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.