हनुमान जी से एक सीख
हनुमानजी जब लंका गए तब मैनाक पर्वत ने उनसे कहा-
हनुमान जी आप थक गए होगे, थोड़ा विश्राम कर लीजिए। हनुमान जी ने जवाब दिया :-
“राम काज किन्हें बिनु मोहि कहाँ विश्राम”
अर्थात- जब तक मैं राम जी का कार्य पूरा नहीं कर लूँगा विश्राम नहीं करूँगा।
सफलता का भी यही मंत्र है – आज जो कार्य आपके लिए सबसे जरुरी है उसे पूरा किए बिना कभी विश्राम मत कीजिए ।